बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि (9 जून 2025)
“धरती आबा” को शत-शत नमन।
आज 9 जून 2025 को हम भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी, जननायक और आदिवासी चेतना के प्रतीक बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि मना रहे हैं। उनका बलिदान, साहस और संघर्ष आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरणा देता है।
125वीं पुण्यतिथि पर विशेष श्रद्धांजलि
- पूरे झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और अन्य आदिवासी क्षेत्रों में बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।
- स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी संस्थानों में सेमिनार, चित्र प्रदर्शनियां, लोकनृत्य, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
- इस अवसर पर सरकारें और समाज संगठन उनके आदर्शों पर चर्चा करते हैं और आदिवासी अधिकारों की दिशा में प्रतिबद्धता दोहराते हैं।
प्रेरणादायक उद्धरण (Quotes)
- “हम ज़मीन के रखवाले हैं, मालिक हैं — कोई हमसे इसे छीन नहीं सकता।”
- “धरती हमारी माँ है, हम इसके पुत्र हैं — इसे बचाना हमारा धर्म है।”
- “उठो मेरे लोगों! अब नहीं तो कभी नहीं!”
- “विद्रोह ही हमारा उत्तर है अन्याय के खिलाफ।”
- “मुझे मार सकते हो, पर मेरी आत्मा तुम्हारे कानूनों से नहीं डरती।”
बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि पर हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि किसी भी शोषण के विरुद्ध आवाज़ उठाना न केवल अधिकार है, बल्कि कर्तव्य भी है।
“धरती आबा अमर रहें!”
“बिरसा मुंडा जिंदाबाद!”