गोपाल गणेश आगरकर की 130वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि (Gopal Ganesh Agarkar Death Anniversary in Hindi)
17 जून 2025 को हम महान समाज सुधारक, शिक्षाविद और चिंतक गोपाल गणेश आगरकर की 130वीं पुण्यतिथि मना रहे हैं। मात्र 39 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया, लेकिन उनके विचार और कार्य आज भी हमें प्रेरणा देते हैं।
आगरकर ने डेक्कन एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और केसरी पत्रिका के पहले संपादक भी रहे। बाद में उन्होंने अपनी पत्रिका सुधारक शुरू की, जिसमें उन्होंने सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास और जातिगत भेदभाव के खिलाफ बेबाकी से लेख लिखे। उन्होंने स्त्री शिक्षा और तर्कशील सोच का खुलकर समर्थन किया।
जहाँ उनके समकालीन स्वतंत्रता को प्राथमिकता दे रहे थे, वहीं आगरकर का मानना था कि राजनीतिक स्वतंत्रता से पहले सामाजिक सुधार जरूरी है। इसी विचारधारा के कारण उनके और बाल गंगाधर तिलक के बीच वैचारिक मतभेद भी हुए, लेकिन आगरकर ने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया।
आज जब हम उन्हें याद करते हैं, तो केवल एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि एक विचारधारा को सम्मान देते हैं—ऐसी विचारधारा जो तर्क, न्याय और सामाजिक समानता पर आधारित है।
आइए, इस पुण्यतिथि पर हम उनके विचारों को अपनाएं और उनके सुधारवादी आदर्शों को आगे बढ़ाएं।