यातना पीड़ितों के समर्थन में अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day in Support of Victims of Torture) दिनांक: 26 जून
हर वर्ष 26 जून को “यातना पीड़ितों के समर्थन में अंतर्राष्ट्रीय दिवस” मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर में यातना (Torture) के पीड़ितों के प्रति एकजुटता प्रकट करना और इस अमानवीय कृत्य को समाप्त करने की दिशा में जागरूकता बढ़ाना है।
उद्देश्य:
- यातना के शिकार लोगों के साथ सहानुभूति और समर्थन व्यक्त करना।
- सरकारों और समाज को यातना रोकने के लिए कदम उठाने हेतु प्रेरित करना।
- मानव गरिमा और अधिकारों के प्रति सम्मान बढ़ाना।
यातना के प्रभाव:
यातना न केवल शरीर को क्षति पहुंचाती है, बल्कि मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से भी व्यक्ति को तोड़ देती है। कई बार यातना के पीड़ित आजीवन इसका बोझ उठाते हैं। इस दिन का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य उन लोगों के पुनर्वास के प्रयासों को समर्थन देना भी है।
क्या कर सकते हैं हम?
- यातना विरोधी अभियानों में भाग लें।
- मानवाधिकार संगठनों को सहयोग दें।
- सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाएं।
- पीड़ितों के लिए सहानुभूति और सहायता की भावना रखें।
निष्कर्ष:
“यातना पीड़ितों के समर्थन में अंतर्राष्ट्रीय दिवस” हमें यह याद दिलाता है कि यातना एक गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन है, जिसे किसी भी परिस्थिति में सही नहीं ठहराया जा सकता। यह दिन हमें एक ऐसे विश्व की ओर प्रेरित करता है जहाँ हर व्यक्ति को गरिमा और सम्मान के साथ जीवन जीने का अधिकार प्राप्त हो।
“आइए, हम सब मिलकर यातना के खिलाफ आवाज़ उठाएं और पीड़ितों के साथ खड़े हों।”