अंतरराष्ट्रीय प्रकाश दिवस
अंतरराष्ट्रीय प्रकाश दिवस हर साल 16 मई को मनाया जाता है। यह एक वैश्विक पहल है जिसे यूनेस्को (UNESCO) द्वारा शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य प्रकाश और प्रकाश-आधारित तकनीकों के महत्व को उजागर करना है, जो हमारे दैनिक जीवन, विज्ञान, संस्कृति, शिक्षा और सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
16 मई की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि 1960 में इसी दिन थिओडोर मैमन (Theodore Maiman) ने पहली बार सफलतापूर्वक लेज़र (Laser) का प्रदर्शन किया था। यह खोज आधुनिक तकनीक के क्षेत्र में एक क्रांति थी, जिसने संचार, चिकित्सा और अन्य कई क्षेत्रों में नए द्वार खोले।
अंतरराष्ट्रीय प्रकाश दिवस के मुख्य उद्देश्य हैं:
- विज्ञान और तकनीक में प्रकाश की भूमिका के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- भौतिकी और प्रकाश विज्ञान जैसे विषयों में शिक्षा को बढ़ावा देना।
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग और ज्ञान-विनिमय को बढ़ावा देना।
- ऊर्जा दक्षता, सतत प्रकाश व्यवस्था और डिजिटल तकनीकों में नवाचार को प्रेरित करना।
इस दिन के अवसर पर दुनिया भर में व्याख्यान, प्रदर्शनी, कला प्रदर्शन, कार्यशालाएं और सामुदायिक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, जो यह दिखाती हैं कि प्रकाश कैसे जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करता है।