खंडोली, गिरिडीह | जय माँ खंडेश्वरी | मीडिया हाउस गिरिडीह
खंडोली गिरिडीह, झारखंड का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थित खंडोली एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जिसे लोग इसके डैम, हरियाली और पहाड़ियों के लिए जानते हैं।
- मां खंडेश्वरी (Khandeshwari) आठ गांवों की आराध्य देवी हैं।
खंडोली के आठ गांवों के लोग मां खंडेश्वरी को अपनी आराध्य देवी मानते हैं। जिसमे खंडोली, बारासोली, डोमापहाड़ी, हरवाडीह, सिमराडाब, भोजदहा, खुट्टाबांध और बिजलीबथान शामिल है।
- फसलों की बुआई से पहले देवी से लिया जाता है आशीर्वाद ।
यहां हर फसल की बुआई से पहले दूध से अभिषेक कर देवी से आशीर्वाद लिया जाता है। कहा जाता है कि मां खंडेश्वरी की कृपा से गांव और फसलें हर तरह के संकट से सुरक्षित रहती हैं।
- यह पूजा 500 वर्षों से भी अधिक समय से चली आ रही है।
खंडोली की पहाड़ियों पर मां खंडेश्वरी का पावन स्थल स्थित है, जहां 500 वर्षों से भी अधिक समय से देवी की पूजा हो रही है।
- प्राचीन काल में राजा-महाराजा भी यहां करते थे पूजा।
कभी यह स्थान जंगलों से घिरा हुआ था और पचम्बा के राजा-महाराजा भी यहां पूजा करने आते थे। आज भी यह परंपरा जीवित है और हर साल देवी के भक्त यहां पहुंचते हैं।
- खंडोली पहाड़ी पर एक गुफा स्थित है।
खंडोली की पहाड़ियों पर एक प्राचीन गुफा स्थित है, जिसे देवी की शक्तियों का केंद्र माना जाता है।
- एक घटना के बाद, गुफा अचानक बंद हो गई।
कहा जाता है कि यह गुफा कभी खुली रहती थी, लेकिन एक दिन, एक लड़की के गुफा में प्रवेश करने के बाद, वह अचानक बंद हो गई। लोग कहते हैं, वह गुफा किसी देवीय शक्ति से बंद हुई थी और तब से इसे कभी नहीं खोला जा सका।
- यहाँ के जंगलों में जंगली जानवरों का आतंक था।
स्थानीय लोग बताते हैं कि पहले यहां के जंगलों में भालु , शेर और अन्य जंगली जानवरों का आतंक था। यह स्थान और उसकी कहानियां आज भी लोगों के बीच प्रचलित हैं। आज भी यहां लकड़बग्घे देखे जा सकते हैं।
- कई मन्नते होती है पूरी।
लोगों का मानना है कि मां खंडेश्वरी गांवों और फसलों की हर तरह से रक्षा करती हैं और कई मन्नते होती है पूरी।
यह कहानी मीडिया हाउस गिरिडीह के द्वारा बनाई गई है जिसमें यहां के आठ गांव के स्थानीय लोगों के सहयोग और जानकारी से यह वीडियो बनाई गई ।